आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आतिशी को दिल्ली का नया सीएम बनाए जाने पर नाराजगी जताई है।
दिल्ली की नई सीएम आतिशी विवाद: मंगलवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इससे पहले सुबह मुख्यमंत्री आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई गई। इसमें केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद के लिए आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा। आतिशी को केजरीवाल की सबसे भरोसेमंद साथियों में से एक बताया जाता है। वहीं, आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आतिशी को दिल्ली का नया सीएम बनाए जाने पर नाराजगी जताई है। स्वाति मालीवाल की आलोचना का जवाब देते हुए आप विधायक दिलीप पांडे ने उनसे राज्यसभा से इस्तीफा देने की मांग की।
स्वाति ने आतिशी को डमी सीएम बताया
स्वाति मालीवाल ने आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाए जाने को दिल्ली के लिए दुखद दिन बताया। इतना ही नहीं उन्होंने आतिशी को डमी सीएम बताया। फिर भी यह मुद्दा देश की सुरक्षा से जुड़ा है। भगवान दिल्ली की रक्षा करें! आप सांसद स्वाति मालीवाल ने दावा किया है कि आतिशी के माता-पिता ने आतंकी अफजल गुरु को फांसी से बचाने के लिए लड़ाई लड़ी थी। स्वाति के माता-पिता ने आतंकी अफजल गुरु की पैरवी की थी। स्वाति मालीवाल ने अपनी पार्टी पर हमला करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि आज दिल्ली के लिए दुखद दिन है। आज एक ऐसी महिला को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है, जिसके परिवार ने आतंकी अफजल गुरु को फांसी से बचाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। स्वाति ने दावा किया है कि आतिशी के माता-पिता ने आतंकी अफजल गुरु को बचाने के लिए माननीय राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की थी। आतिशी के परिवार के मुताबिक अफजल गुरु निर्दोष था। उसे राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया था।
यह याचिका तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजी गई थी।
स्वाति मालीवाल ने अपनी पोस्ट में दया याचिका शेयर की है। इस पर आतिशी के पिता विजय सिंह और मां तृप्ता वाही समेत कई लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। इसे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजा गया था। इसमें आतंकी की फांसी रोकने की गुहार लगाई गई थी। याचिका में कहा गया था कि हम राष्ट्रपति से अपील करते हैं कि मोहम्मद अफजल की सजा रद्द की जाए और पूरे मामले की संसदीय जांच कराई जाए।