बीकानेर। बेसिक पी.जी कॉलेज में रसायनविज्ञान विभाग की ओर से सोमवार को ‘‘मृदा जल धारण क्षमता एवं पीएच’’ विषय आयोजित सेमिनार मुख्य वक्ता राजकीय डूँगर कॉलेज के रसायनविज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ.सुशील कुमार यादव ने मृदा की जल धारण क्षमता और पीएच की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसके फसलों की उत्पादकता एवं पर्यावरण संतुलन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ मृदा न केवल फसल उत्पादन को बढ़ाती है, बल्कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को भी कम करती है। उन्होने बताया कि मृदा की जल धारण क्षमता और पीएच के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह न केवल फसल उत्पादन को प्रभावित करता है, बल्कि जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दी। सेमीनार को सफल बनाने में डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, वासुदेव पंवार, श्रीमती माधुरी पुरोहित, श्रीमती प्रभा बिस्सा, डॉ. नमामीशंकर आचार्य, श्रीमती संध्या बिस्सा, हितेश पुरोहित, सुश्री समीक्षा हर्ष, श्रीमती शालिनी आचार्य, पंकज पाण्डे, सीताराम प्रजापत, सुश्री खुशबू शर्मा, श्रीमती प्रेमलता व्यास, श्रीमती सीमा शर्मा, श्रीमती कृष्णा व्यास, श्रीमती प्रीति पुरोहित, श्रीमती सोमू भाटी, मनमथ केवलिया, श्रीमती महिमा किराडू, सुश्री जाह्नवी पारीक, शिवशंकर उपाध्याय ने भी भागीदारी निभाई।
बेसिक पी.जी. कॉलेज में मृदा जल धारण क्षमता एवं पीएच पर सेमीनार
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