बीकानेर। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार, युवा कल्याण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। युवाओं को पांच वर्षों में चार लाख सरकारी नौकरियां देने की संकल्पबद्धता के साथ प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा को पूर्ण पारदर्शिता से करवाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं चयनित अभ्यर्थियों को समयबद्ध रूप से नियुक्ति देने का कार्य भी अब गति पकड़ चुका है। एक ओर जहां नकल माफियाओं के खिलाफ राज्य सरकार पूर्ण निष्पक्षता से कार्यवाही कर रही है, वहीं दूसरी ओर प्रतियोगी परीक्षाओं का समयबद्ध आयोजन करवाकर युवाओं को भरपूर अवसर दिए जा रहे हैं। सरकार के इन निर्णयों से युवाओं में उत्साह का माहौल है और सरकार के प्रति इनका विश्वास ब?ा है। अब वे अपने बेहतर भविष्य के प्रति निश्चिंत हैं।
*मुख्यमंत्री खुद दे रहे है नियुक्ति पत्र
महत्वपूर्ण बात यह है कि इन युवाओं को स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी सेवाओं में नियुक्ति के पत्र दिए जा रहे हैं। संभवतया राजस्थान ही एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जहां यह पहल की गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब तक दो रोजगार उत्सव आयोजित किए जा चुके हैं। इनमें 28 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल गए हैं। प्रदेश के कई युवाओं को मुख्यमंत्री से सीधे संवाद करने का अवसर मिला है, जो उनके लिए कभी नहीं भूलने वाला अनुभव साबित हुआ है। गत दिनों आयोजित ऐसे ही एक समारोह में बीकानेर की चंदा शर्मा और हेमंत यादव को मुख्यमंत्री से वर्चुअल प्लेटफार्म पर संवाद का मौका मिला। उन्होंने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। बीकानेर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नंबर 1 में एएनएम के रूप में नवनियुक्त चंदा शर्मा ने बताया कि सात वर्ष बाद उनके परिवार को खुशियां मिली हैं। वहीं देशनोक नगर पालिका में नवनियुक्त सहायक अभियंता हेमंत यादव ने संवाद के दौरान मुख्यमंत्री से कहा कि नकल माफियाओं के विरूद्ध सरकार की सख्त कार्यवाही से युवाओं का भरोसा बड़ा है। पहले मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव के दौरान भी बीकानेर में नियुक्त जयपुर के दीपेन्द्र सिंह नाथावत ने मुख्यमंत्री से संवाद किया। आरएएस परीक्षा में सहकारी निरीक्षण के पद पर नियुक्त नाथावत ने भी सरकार की इस पहल को सराहा और इसे युवाओं के लिए दूरदर्शी निर्णय बताया। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव, सही मायनों में युवाओं के लिए एक उत्सव बन गया है, इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है।