बीकानेर । जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने बुधवार को आयोजित मिटिंग में तमाम अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून का दौर अब लगभग खत्म हो गया है। इसके मद्देनजर बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हुई सडक़ों को प्राथमिकता से दुरुस्त करवाएं। साथ ही संभावित मौसमी बीमारियों की रोकथाम के पर्याप्त बंदोबस्त हों। राजस्व प्रकरणों के समयबद्ध निस्तारण के साथ आमजन से जुड़े मामलों को प्राथमिकता से निस्तारित करना प्रत्येक अधिकारी की जिम्मेदारी है। इसे पूर्ण गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने मुख्य सडक़ों के किनारों पर बरसात के कारण बढ़ी झाडय़िों की छंटाई करवाने के निर्देश दिए, जिससे वाहन चालकों को परेशानी नहीं हो। मुख्य सडक़ों पर बंद स्ट्रीट लाइटों को अविलंब चालू करवाने को कहा। साथ ही दुर्घटना संभावित स्थानों पर नियमानुसार पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था के लिए निर्देशित किया। उन्होने जिले के प्रत्येक ब्लॉक में चार दिवारी और टीनशेड विहीन विद्यालयों को चिन्हित करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए और कहा कि मनरेगा के तहत उक्त कार्य करवाए जाएं। खनन विभाग को अवैध माइनिंग को रोकने और नंबर प्लेट विहीन वाहनों के संचालन के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
अतिक्रमणों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश
जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को भूमि आवंटन, भू-रूपांतरण जैसे प्रकरणों को नियमसम्मत तरीके और प्राथमिकता से निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ निस्तारण करने को कहा।
जिला कलेक्टर ने जीसीएमएस पोर्टल पर लम्बित प्रकरणों के निस्तारण व अपडेट, सार्वजनिक रास्तों, चारागाह भूमियों पर अवैध अतिक्रमण की रोकथाम लिए विशेष निगरानी रखने के साथ ही अतिक्रमण हटाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम के तहत लंबित प्रकरणों को शीघ्र निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी नियमित रूप से जनसुनवाई और आमजन से जुड़े मुद्दों का समयबद्ध समाधान करें। अधिकारियों को नियमित रूप से अधीनस्थ कार्यालयों के निरीक्षण के निर्देश भी दिए।
यह अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल,एडीएम प्रशासन डॉ. दुलीचंद मीना,एडीएम सिटी रमेश देव सहित राजस्व और अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।